सूर्य को पृथ्वी पर ऊर्जा और जीवन का स्त्रोत माना गया है | साथ ही सूर्य की पूजा करने से मनुष्य सौभाग्य को प्राप्त करता है | और जीवन में धन संपत्ति और ऐश्वर्या का मालिक बनता है | बता दे सूर्य वास्तु शास्त्र को भी प्रभावित करता है | सूर्य के अनुसार, यदि भवन का निर्माण किया जाए और उसके समय के अनुसार कार्य किये जाएं तो आप जीवन में हर सफलता को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं सूर्य की दिशा से कौन सा समय किस कार्य के लिए उत्तम है |
पढाई
ज्योतिष के अनुसार ब्रह्ममुहूर्त में सूर्य घर के उत्तर-पूर्वी भाग में होता है | इस समय को ईश्वर की भक्ति और पूजा अर्चना के लिए सबसे उत्तम माना गया है | इस समय पढाई करना शुभ फल प्रदान करता है |
भोजन रहेगा हमेशा शुद्ध
सुबह के 9 बजे से 12 बजे तक सूर्य दक्षिण पूर्व दिशा में होता है | ये समय भोजन के लिए सबसे उत्तम है | इस समय बनाया भोजन हमेशा शुद्ध रहता है और इसका सेवन करने वाला कभी बीमार भी नहीं पड़ता |
व्यापार में तरक्की
दोपहर के 12 से 3 बजे तक सूर्य घर के दक्षिण भाग में होते है | इसीलिए बैडरूम दक्षिण दिशा में बनाना चाहिए | वहीँ इस समयवधि में कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलती है, व्यापार के लिए ये समय शुभ होता है |
विद्यार्थियों के लिए शुभ समय
दोपहर 3 से 6 बजे तक सूर्य दक्षिण पश्चिम भाग में होते है | ये समय विद्यार्थियों के पढ़ाई लिखाई के लिए सबसे उत्तम माना गया है | दक्षिण-पश्चिम दिशा पुस्तकालय और अध्ययन कक्ष के लिए भी शुभ है
कीमती वस्तु रखने का शुभ समय
ज्योतिष के अनुसार रात 9 बजे से मध्यरात्रि तक सूर्य उत्तर-पश्चिम दिशा में होते है | इसीलिए इस स्थान को बैडरूम के लिए उपयोगी माना गया है | वहीँ मध्यरात्रि से 3 बजे तक का समय कीमती वस्तुओ को रखने के लिए उत्तम है |